Unani Kadhe ki Maharashtra me Dhoom यूनानी काढे की महाराष्ट्र के शहरों में धूम
यूनानी
काढे
की
महाराष्ट्र
के
शहरों
में
धूम
काढा
पाने
के
लिये
लोग
पहोंच
रहे
हैं
मालेगांव
मालेगांव (वसीम रजा खान): कोरोना संसर्ग से बचाव के लिये और रोग प्रतिकार क्षमता बढाने के लिये लोग कई प्रकार के प्रयत्न कर रहे हैं. महाराष्ट्र के कई शहरों के लोग मालेगांव के काढे के दीवाने हो गए हैं. धलिया, औरंगाबाद, नाशिक, येवला, अहमदनगर और मुंबई तक मालेगांव शहर में बने मन्सूरा काढे की धूम है. इस काढे को पाने के लिये इन शहरो के अलावा अन्य शहरों यहां तक की गुजरात के शहर सूरत से भी लोग मालेगांव पहोंच रहे हैं. औरंगाबाद शहर में हर इलाके में मालेगांव का काढा लोगों के घरों में बांटा जा रहा है.
मालेगांव यूनानी काढा पॅटर्न’ को मान्यता देने के लिये औरंगाबाद मनपा से भी मांग की जा रही है. नाशिक जिले के मालेगांव शहर में पुलिस प्रशासन, महानगर पालिका और जिला प्रशासन ने कोरोनामुक्त मालेगांव में यूनानी काढे का प्रयोग किया है. शुरुवात के दिनों में मालेगांव ने पूरे राज्य में कोरोना बाधित शहर होने की छवी बना ली थी. रोज हर गली मोहल्ले में 40 से 50 मरीज सामने आ रहे थे. यहां तक की मालेगांव में बंदोबस्त के लिये तैनात पुलिस, आरपीएफ और स्वास्थ विभाग के अधिकारी और मनपा के आयुक्त भी कोरोना से बाधित हो गए थे. जिसके कारण पूरे राज्य में कोरोना का खौफ फैल गया था.
इस समस्या ने निपटने के लिये प्रशासन ने यूनानी काढे के प्रयोग को मान्यता दी और उसका परिणाम ये हुआ कि मई माह के बाद मालेगांव में उपचार ले रहे मरीज अचानक Negative
होते चले गए और नए मरीजों की संख्या भी ना के बराबर हो गई. जिस शहर में मरीजों को आंकडा 500 के पार हो गया था वहां इन दिनों केवल 50 से 60 मरीज अॅक्टिव हैं जिनका उपचार भी काढे से ही किया जा रहा है.
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