Nashik Security Press me Corona सेक्युरिटी प्रेस में भी दाखिल हो गया कोरोना
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Nashik Security Press |
नाशिक (वसीम रजा खान)
कोरोना विषाणु ने पूरे देश को संकट में डाल रखा है. क्या सामान्य व्यक्ती और क्या महापुरुष सभी कोरोना की चपेट में आते हा रहे हैं. देश में कई एैसी कंपनियां, संस्थाऐं एवं सरकारी और गैरसरकारी कार्यालय हैं जिनमें कोरोना के मरीज पाए गए हैं. एक कर्मचारी के कोरोनाग्रस्त होने से उसके साथ काम करने वाले और सभी कार्यालय के संबंधितों को कोरोना की सज़ा भुगतनी पड रही है. एैसा ही मामला नाशिक के सेक्युरिटी प्रेस में भी सामने आया है. शहर की भारत प्रतिभुती मुद्रणालय जहां देश की करंसी की छपाई होती है, लॉकडाऊन के कारण ढाई माह तक बंद रही. बहोत सारा छपाई का काम रूका होने के कारण पिछले माह कुछ कर्मचारियों को बुलाकर प्रेस को शुरु किया गया. पूरी सावधानी के साथ काम करते हुए भी यहां के स्टॅम्प पेपर प्रिंटिंग विभाग का एक कर्मचारी कोरोना का शिकार हो गया. उस कर्मचारी की रिपोंट Positive
आते ही सेक्युरिटी प्रेस की व्यवस्था बिगड गई और सभी कर्मचारियों में घबराहट फैल गई. इंडिया सेक्युरिटी प्रेस में 3000 के करीब कर्मचारी काम करते हैं.
पासपोर्ट और ज्युडिशियल और नॉन ज्युडिशियत स्टॅम्प पेपर की छपाई भी यहां की जाती है जिनका वितरण पूरे देश में होता है. छापे गए स्टॅम्प पेपर सेंट्रर स्टॅम्प डिपो में रखे जाते हैं. शासन के निर्देश और मांग के अनुसार से डिपों से पार्सल वितरित किया जाता है. ये विभाग अन्य विभिन्न कारणों से भी बहोत संवेदनशील रहा है. इस डिपों में कर्मचारियों के अलावा कोई भी बाहर का व्यक्ती दाखिल नहीं हो सकता. कोरोना के कारण लॉकडाऊन के चलते प्रेस के कर्मचारियों को भी छुट्टी दे दी गई थी.
पिछले दिनों कुछ कर्मचारियों को काम पर बुलाकर काम शुरु किया गया था. इस स्थिती में प्रेस के संवेदनशील डिपों में ही कोरोना ने घुसपैठ करदी जिससे सावधानी बरतते हुए व्यवस्थापकों ने विभाग के सभी कर्मचारियों को क्वारंटाईन होने की सलाह दे दी. सेक्युरिटी प्रेस के डिपो के कर्मचारी के कोरोना बाधित होने से प्रेस व्यवस्थापन को अधिक सतर्क होना पड गया है. जहां से पूरे देश में वितरण होता है उसी विभाग के कर्मचारी का कोरोनाग्रस्त होना अत्यंत संदेनशील माना जा रहा है.
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